JavaScript एक Scripting Programming Language है जिसे HTML के साथ वेब पेज (Web Page) में लिखा जाता है| क्योंकि JavaScript के प्रोग्राम्स को HTML कोड के साथ लिखा जाता है इसलिए Javascript के प्रोग्राम्स को भी Browser ही रन करता है| इस लैंग्वेज में बने प्रोग्राम्स को केवल ब्राउसर ही नहीं बल्कि सर्वर भी Support करते हैं इसलिए JS में बने प्रोग्राम Server Side और Client Side दोनों जगह चल सकते हैं| यह Object Oriented Programming को भी Support करती है|
Q.2 Java और JavaScript में क्या Difference / अंतर है?
जावा एक Complete Programming Language है इसका मतलब ऐसी Language जिससे हर तरह के सॉफ्टवेयर और प्रोग्राम्स बनाये जा सकते हैं जबकि Javascript एक ऐसी Language है जिसका उपयोग Web Software और Web Application में ही ज्यादातर किया जाता है| Java और Javascript दोनों लैंग्वेज एक दूसरे से बिलकुल अलग है, दोनों को अलग अलग उद्देश्य के लिए डिज़ाइन किया गया है| एक दूसरा मुख्य difference दोनों में यह है कि जावा एक Compiled लैंग्वेज है जबकि JS एक Scripting Language है|
Q.3 JavaScript में कौन कौन से डाटा टाइप (Data Type) होते हैं?
इस लैंग्वेज में डाटा टाइप्स हैं:-
नंबर (Number)
स्ट्रिंग (String)
बूलियन (Boolean) True, False
ऑब्जेक्ट (Object)
अनडिफाइंड (Undefined)
Q.4 isNaN() Function क्या काम करता है|
isNaN() Function को एक Argument दिया जाता है. यह चेक करता है कि यह argument नंबर है या नहीं अगर नंबर है तो FALSE return करता है, अगर नंबर नहीं है तो TRUE return करता है|
Q.5 JavaScript को किस कम्पनी ने बनाया था |
इसे नेटस्केप (Netscape) नाम की सॉफ्टवेयर कम्पनी ने बनाया था|
Q.6 == और === इन दोनों ऑपरेटर (Operator) में क्या अंतर है|
Q.7 Event क्या होता है?
जब भी HTML के किसी element पर कोई action किया जाता है तो वह element एक event Generate करता है. इस event को javascript के कोड द्वारा catch किया जा सकता है और फिर इस event के Response में javascript के code से कुछ भी Action Perform किया जा सकता है| HTML के Element पर या तो ब्राउज़र कुछ action करता है या फिर यूजर कुछ action करता है| Event के कुछ examples इस तरह हैं:-
- एक HTML पेज पूरी तरह लोड हो जाना
- HTML फील्ड की Value Change होना
- किसी element पर क्लिक होना आदि|
HTML element के event को catch करने का कोड इस तरह लिखा जाता है :-
अगर किसी HTML बटन पर क्लिक होने के बाद के event को पकड़ना है तो इसके लिए कोड होगा :-
<button onclick="jsfunction()" > Submit </button>.
<script>
function jsfunction()
{
alert('Hello World');
}
</script>
इस button पर एक onlick नाम का attribute लगाया गया है जिसके value में एक javascript के function :-jsfunction() को call किया गया है. इसका मतलब जब भी इस बटन पर क्लिक होगा तो jsfunction() रन होगा और इस function में जो भी कोड लिखा होगा वे execute हो जाएगा| जैसा कि ऊपर इस function में alert box का कोड लिखा हुआ है| इसलिए जब भी इस बटन पर क्लिक होगा तो alert box खुल जाएगा|
Q.8 Javascript में कौन कौन से लूपिंग (Looping Structure) होते हैं?
इस लैंग्वेज में तीन तरह के होते हैं :-
- For
- While
- Do-while Loops
- var
- let
- const
- जब भी कोड में ऐसे variable को एक्सेस किया जाता है जिसमे कोई डाटा वैल्यू saved नही है तो JS का कोड undefined return करता है|
- जब भी किसी object की ऐसी property को access किया जाता है जो object में exist ही नहीं करती तब भी undefined return होता है|
- alert - alert ऐसा Pop up होता है जिसमे केवल एक OK बटन होता है| इस OK बटन पर क्लिक करने पर alert का pop-up disable हो जाता है| alert() function में जो भी कुछ pass किया जाता है वह alert pop-up में दिखता है| एलर्ट का उपयोग मैसेज display कराने के लिए किया जाता है|
- confirm - यह ऐसा Pop-up है जिसमे दो बटन बने होते हैं एक OK और दुसरा Cancel बटन. Ok पर क्लिक किया जाता है तो कोड में true return होता है और अगर Cancel पर क्लिक किया जाता है तो False return होता है| इस बॉक्स में भी alert की तरह कोई भी मैसेज display कराया जा सकता है|
- prompt - pop-up बॉक्स में OK और Cancel बटन के साथ साथ एक input field भी होता है जिसमे यूजर कोई भी वैल्यू लिख सकता है| वैल्यू लिखने के बाद अगर यूजर OK press करता है तो input की गयी वैल्यू return होती है और अगर Cancel Press किया जाता है तो null return होता है| prompt() function में दो वैल्यू pass की जाती है| पहली वैल्यू में text message होता है जो कि बॉक्स पर लिखा हुआ दिखाई देता है, दूसरे में वे वैल्यू pass की जाती है जो input फील्ड में default लिखी हुई होगी|
- सभी कारों में एक जैसी Properties होती हैं, लेकिन उन properties की वैल्यूज अलग अलग होती है जैसे weight, color, price हर कार की different होती है|
- इसी तरह सभी कारों में लगभग एक जैसे ही operations होते हैं, लेकिन हर एक कार में अलग-अलग समय पर ये operation किये जाते हैं।
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