वेब होस्टिंग क्या है जानिए
वेब होस्टिंग सर्विस का सबसे मुख्य अंग सर्वर कंप्यूटर होता है| कोई भी वेबसाइट एक या एक से अधिक फाइलों से मिलकर बनी होती हैं| वेबसाइट से संबंधित जितनी भी फाइलें होती हैं वे सब इन्ही सर्वर कम्प्यूटर्स में सेव रहती हैं|
जब भी कोई यूजर किसी भी वेबसाइट को देखना चाहते है, तो उसे ब्राउज़र में वेबसाइट का नाम या डोमेन नाम टाइप करना होता है। इसके बाद यूजर का कंप्यूटर उस सर्वर कंप्यूटर से कनेक्ट होता है जिसमे वेबसाइट से संबंधित फाइलें सेव हैं| अब सर्वर कंप्यूटर इंटरनेट के जरिये वेब फाइलों को यूजर के कंप्यूटर में भेज देता है| अब ब्राउज़र इन फाइलों को रन करके पूरी वेबसाइट कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखा देता है|
सर्वर कंप्यूटर में वेब फाइलों को सेव करने के लिए वेब होस्टिंग कंपनी से सम्पर्क करना पड़ता है| इसके बाद वेबहोस्टिंग कंपनी वेब फाइलों को अपने सर्वर कम्प्यूटर्स में सेव कर देती हैं|
वेबसाइटों को होस्ट करने के लिए होस्टिंग कम्पनियों के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती| आजकल सभी होस्टिंग कंपनियां अपनी वेबसाइट के जरिये ही यूजर को वेब फाइलों को अपने सर्वर पर होस्ट व सेव करने की सुविधा उपलब्ध कराती हैं| सबसे पहले होस्टिंग कंपनी की वेबसाइट में जाकर रजिस्टर होना पड़ता है इसके बाद वेबसाइट होस्टिंग के लिए कम्पनी को ऑनलाइन ही पैसा भुगतान करना पड़ता है| जब रजिस्ट्रेशन और पेमेंट प्रोसेस पूरा हो जाता है तो कम्पनी यूजर को आईडी और पासवर्ड उनके मेल पर भेजती हैं| इस आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करके यूजर होस्टिंग-कंपनी की वेबसाइट में लॉगिन होकर अपनी वेब फाइलों को होस्टिंग कम्पनी के सर्वर पर अपलोड कर सकता है|
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