बाइनरी डाटा ऐसा डाटा होता है जिसे कि बाइनरी नंबर सिस्टम में प्रदर्शित किया जाता है| बाइनरी नंबर सिस्टम का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक मशीनों जैसे कंप्यूटर आदि में होता है| इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसिस का जो वोल्टेज सर्किट होता है उसे बाइनरी नंबर सिस्टम से प्रदर्शित किया जाता है| अगर सर्किट में वोल्टेज ऑन है तो इसे 1 से प्रदर्शित करेंगे और अगर वोलटेज ऑफ है तो इसे 0 से प्रदर्शित करेंगे| इस तरह सर्किट्स में वोलटेजों के जितने भी कॉम्बिनेशन बनेगे उन्हें 0 और 1 से प्रदर्शित किया जाता है इन्ही वोल्टेज के कॉम्बिनेशंस से इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसिस कार्य करते हैं| इस तरह बाइनरी डाटा में केवल 0 और 1 के चिन्हों के कॉम्बिनेशंस व स्ट्रिंग होती हैं|
कंप्यूटिंग डिवाइसिस केवल बाइनरी डाटा ही समझ सकती हैं कंप्यूटर के अंदर के प्रोसेसर का सर्किट भी केवल बाइनरी डाटा को समझता है और केवल बाइनरी डाटा पर ही कार्य करता है|
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