What is Binary protocol Understand in Hindi
कम्प्यूटर्स नेटवर्क में एक दूसरे से सम्पर्क (Communication) स्थापित करने के लिए प्रोटोकॉल का उपयोग करते हैं| इसके लिए कम्प्यूटर्स एक दूसरे को बिट्स व बाइट में डाटा भेजते हैं| दो तरह के प्रोटोकॉल उपयोग में लाये जाते हैं| 1) बाइनरी प्रोटोकॉल (Binary Protocol) और 2) टेक्स्ट आधारित प्रोटोकॉल (Text based protocol) |
टेक्स्ट आधारित प्रोटोकॉल में बिट्स को करैक्टर (character) में बदल कर भेजा जाता है| इसके लिए यूनिकोड या एस्की करैक्टर इनकोडिंग (Unicode or ASCII character encoding) का उपयोग होता है इसका मतलब है कम्प्यूटर्स एक दूसरे को टेक्स्ट मैसेज भेजते हैं| इन टेक्स्ट मैसेज के जरिये कम्प्यूटर्स सम्पर्क स्थापित करते हैं| टेक्स्ट आधारित प्रोटोकॉल के उदाहरण हैं http, ftp, telnet, mail आदि|
बाइनरी प्रोटोकॉल ऐसी प्रोटोकॉल होती है जिसे कि मशीन या कंप्यूटर आसानी से समझता है| इंसानों के लिए बाइनरी प्रोटोकॉल को समझना मुश्किल होता है| बाइनरी प्रोटोकॉल टेक्स्ट पर आधारित प्रोटोकॉल (Text based protocol) से विपरीत होती है| इसमें भी कम्प्यूटर्स बिट्स के क्रम (Sequence of bits) को एक दूसरे को भेजते हैं| लेकिन बिट्स के क्रम को करैक्टर में नहीं बदला जाता, इसका मतलब है कि बाइनरी प्रोटोकॉल में टेक्स्ट मैसेज का उपयोग नहीं किया जाता|
एक उदाहरण से समझते हैं कि बाइनरी और टेक्स्ट आधारित प्रोटोकॉल कैसे कार्य करते हैं| मान लीजिये दो कम्प्यूटर्स को एक दूसरे को मैसेज भेजना है => 250 इस मैसेज में संख्यां 2 को अगर टेक्स्ट आधारित प्रोटोकॉल से भेजेंगे तो केवल एक स्ट्रिंग में संख्यां 250 स्टोर करके भेज देंगे जैसे STRING s = '250';
संख्यां 250 को बाइनरी प्रोटोकॉल में भेजने के लिए है integer डाटा टाइप का उपयोग करेंगे जैसे
int s = 250;
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