गूगल एडसेंस क्या होता है
जब लोग आपकी वेबसाइट में विजिट करते हैं और आपकी वेबसाइट पर लगे विज्ञापनों पर क्लिक करते हैं तो आपको हर एक क्लिक का पैसा मिलता है। वेबसाइट पर किस तरह के विज्ञापन आएंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि वेबसाइट में किया लिखा हुआ है, वेबसाइट किस बारे में है और किस तरह के लोग (visitors) वेबसाइट में आते हैं। गूगल एडसेंस आपकी वेबसाइट में लिखे हुए टेक्स्ट (Text), शब्दों (keywords), शब्दों की आवृति (Keywords Frequency) आदि को इस्तेमाल करके वही विज्ञापन वेबसाइट पर लगाता है जो कि वेबसाइट के टेक्स्ट, शब्दों, शब्दों की आवृति से संबंधित होते हैं। इस तरह वेबसाइट जिस बारे में होती हैं गूगल एडसेंस उसी से संबंधित विज्ञापन वेबसाइट पर लगाता हैं।
गूगल एडसेंस के विज्ञापन वेबसाइट या ब्लॉग पर लगाकर आप कितना कमा सकते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी वेबसाइट या ब्लॉग में कितनी संख्या में लोग आते हैं अगर लोगों की अधिक होगी तो आप अधिक पैसा कमा पाएंगे अगर कम होगी तो कम पैसा कमा पाएंगे।
गूगल एडसेंस को विज्ञापन उन लोगों व कम्पनियों द्वारा मिलते हैं जो कि अपने प्रोडक्ट्स व सर्विसेज की ऑनलाइन मार्केटिंग व ऑनलाइन प्रचार करना चाहते हैं इसके लिए गूगल की एक दूसरी सर्विस "गूगल एडवर्ड्स Google Adwords" उपलब्ध है। अगर कोई इंसान या कम्पनी अपने प्रोडक्ट व सर्विसेज का ऑनलाइन प्रचार व मार्केटिंग करना चाहती है तो वह अपने विज्ञापन गूगल एडवर्ड्स को दे सकती है। गूगल एडवर्ड्स इन विज्ञापनों को गूगल एडसेंस की मदद से उन वेबसाइटों पर लगाता है जो कि गूगल एडसेंस में रजिस्टर हैं। इसके अलावा Adsense इन विज्ञापनों को गूगल के सर्च रिजल्ट्स (search Results) में भी लगाता है।
कौन से विज्ञापन वेबसाइट पर आएंगे इसके लिए Google Adsense वेबसाइटों में लिखे शब्द, शब्दों की आवृति (Keyword Frequency), वेबसाइट किस बारे है, वेबसाइट पर किस तरह के लोग आते हैं आदि जानकारी का इस्तेमाल करके वही विज्ञापन वेबसाइटों पर लगाता है जो कि वेबसाइट से संबंधित होते हैं। उदाहरण के लिए अगर एक वेबसाइट स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराती है तो उस वेबसाइट पर स्वास्थ्य से संबंधित विज्ञापन आएंगे इसी तरह अगर कोई वेबसाइट व ब्लॉग तरह तरह के पकवानों व खानों से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराता है इस वेबसाइट व ब्लॉग में खानों व पकवानों से संबंधित विज्ञापन आएंगे।
गूगल एडसेंस के विज्ञापनों को वेबसाइट पर लगाकर से कितना पैसा कमा सकते हैं यह बहुत सी बहुत से कारकों पर निर्भर करता है। पहला जैसा कि ऊपर बताया गया है वेबसाइट व ब्लॉग पर आने वाले लोगों की संख्या पर निर्भर करता है। इसके अलावा और भी कारक हैं जो कि निम्नलिखित हैं -:
1) विज्ञापन किस तरह का है - विज्ञापन से कब पैसा मिलेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि विज्ञापन किस प्रकार का है। विज्ञापन कई प्रकार के हो सकते हैं अगर विज्ञापन CPC Cost per click का है तो विज्ञापन पर होने वाले हर क्लिक पर पैसा मिलेगा। अगर विज्ञापन CPM Cost per impression का है तो पैसा तब मिलेगा जब विज्ञापन advertiser द्वारा तय कि संख्या तक वेबसाइट पर आ जाए। उदाहरण के लिए अगर आपकी वेबसाइट पर CPM विज्ञापन लगा है और advertiser ने इस विज्ञापन का CPM "$3 per 1000 impresion" रखा हुआ है जब 1000 यूनिक लोग आपकी वेबसाइट पर आ जायेंगे और साथ ही 1000 बार विज्ञापन आपकी वेबसाइट पर आ जाए तो आपकी कमाई $3 हो जायेगी। CPC, CPM के अलावा और भी तरह के विज्ञापन होते हैं जैसे CPA, CPL आदि लेकिन गूगल एडसेंस में अधिकतर CPC और CPM वाले विज्ञापन ही होते हैं।
2) विज्ञापन का मूल्य - गूगल एडसेंस वेबसाइटों पर जितने विज्ञापन लगाता है सभी का मूल्य व सभी से मिलने वाला पैसा एक जैसा नहीं होता। गूगल एडसेंस Ad auction का इस्तेमाल करके विज्ञापनों को वेबसाइटों पर लगाता है। Ad auction इस तरह से कार्य करता है -
विज्ञापनों को वेबसाइटों में लगाने के लिए गूगल एडसेंस देखता है वेबसाइट व ब्लॉग किस तरह का है इसके लिए वे वेबसाइट में मौजूद शब्दों (Keyword), शब्दों की आवृति (Keyword frequency), वेबसाइट पर किस तरह के लोग आते हैं व आ चुके हैं आदि जानकारी का इस्तेमाल करता है। इसके बाद गूगल एडसेंस देखता है कि कौन कौन से विज्ञापन उसके पास उपलब्ध है जो कि वेबसाइट से संबंधित हैं। उपलब्ध विज्ञापनों में जो विज्ञापन वेबसाइट से सबसे ज्यादा संबंधित होता है, जिस विज्ञापन पर advertiser अधिक पैसा देता है (गूगल एडसेंस इस तरह के विज्ञापनों को अधिक बिड वाले विज्ञापन कहता है ) और जिस विज्ञापन की क्वालिटी सबसे अधिक होती है उस विज्ञापन को वेबसाइट पर लगा दिया जाता है। इस तरह वेबसाइटों पर वही विज्ञापन आते हैं जिनका मूल्य अधिक होता है व क्वालिटी अधिक होती है।
जब आप गूगल एडसेंस में रजिस्टर होकर विज्ञापनों को अपनी वेबसाइट में लगाते हैं तो आपके गूगल एडसेंस के अकाउंट में ये सब जानकारी आती रहती है कि विज्ञापनों पर कितने क्लिक हुए, कितने इम्प्रैशन (Impression), CTR Click Through Ratio(विज्ञापनों पर होने वाले क्लिक होने वाले इम्प्रेशंस का अनुपात) कितना है, कितनी कमाई हो चुकी है आदि। जब आपकी कमाई $100 तक पहुँच जाती है तो गूगल एडसेंस आपको आपकी कमाई का चैक बनाकर आपके घर भेज दे देता है।
गूगल एडसेंस में आपको तभी रजिस्टर होना चाहिए जब आपकी वेबसाइट व ब्लॉग पर एक दिन में कम से कम 1000 यूनिक लोग आने लगें। अगर आप इससे पहले ही गूगल एडसेंस में रजिस्टर होंगे तो हो सकता है आपकी वेबसाइट पर लोगों की कम संख्या आने की वजह से गूगल एडसेंस आपकी वेबसाइट को रजिस्टर न करे।
इस बात का ध्यान रखें कि जब आप गूगल एडसेंस के विज्ञापन अपनी वेबसाइट पर लगाते हैं तो आप खुद से अपनी वेबसाइट में जाकर विज्ञापनों पर क्लिक नहीं कर सकते अगर आप ऐसा करते हैं तो गूगल एडसेंस आपके अकाउंट को खत्म कर देगा जिससे आप गूगल एडसेंस के विज्ञापनों को अपनी वेबसाइट पर नहीं लगा पाएंगे और हो सकता है कि भविष्य में भी गूगल एडसेंस आपको रजिस्टर करे। \
गूगल एडसेंस के विज्ञापन वेबसाइट या ब्लॉग पर लगाकर आप कितना कमा सकते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी वेबसाइट या ब्लॉग में कितनी संख्या में लोग आते हैं अगर लोगों की अधिक होगी तो आप अधिक पैसा कमा पाएंगे अगर कम होगी तो कम पैसा कमा पाएंगे।
गूगल एडसेंस को विज्ञापन उन लोगों व कम्पनियों द्वारा मिलते हैं जो कि अपने प्रोडक्ट्स व सर्विसेज की ऑनलाइन मार्केटिंग व ऑनलाइन प्रचार करना चाहते हैं इसके लिए गूगल की एक दूसरी सर्विस "गूगल एडवर्ड्स Google Adwords" उपलब्ध है। अगर कोई इंसान या कम्पनी अपने प्रोडक्ट व सर्विसेज का ऑनलाइन प्रचार व मार्केटिंग करना चाहती है तो वह अपने विज्ञापन गूगल एडवर्ड्स को दे सकती है। गूगल एडवर्ड्स इन विज्ञापनों को गूगल एडसेंस की मदद से उन वेबसाइटों पर लगाता है जो कि गूगल एडसेंस में रजिस्टर हैं। इसके अलावा Adsense इन विज्ञापनों को गूगल के सर्च रिजल्ट्स (search Results) में भी लगाता है।
कौन से विज्ञापन वेबसाइट पर आएंगे इसके लिए Google Adsense वेबसाइटों में लिखे शब्द, शब्दों की आवृति (Keyword Frequency), वेबसाइट किस बारे है, वेबसाइट पर किस तरह के लोग आते हैं आदि जानकारी का इस्तेमाल करके वही विज्ञापन वेबसाइटों पर लगाता है जो कि वेबसाइट से संबंधित होते हैं। उदाहरण के लिए अगर एक वेबसाइट स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराती है तो उस वेबसाइट पर स्वास्थ्य से संबंधित विज्ञापन आएंगे इसी तरह अगर कोई वेबसाइट व ब्लॉग तरह तरह के पकवानों व खानों से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराता है इस वेबसाइट व ब्लॉग में खानों व पकवानों से संबंधित विज्ञापन आएंगे।
गूगल एडसेंस के विज्ञापनों को वेबसाइट पर लगाकर से कितना पैसा कमा सकते हैं यह बहुत सी बहुत से कारकों पर निर्भर करता है। पहला जैसा कि ऊपर बताया गया है वेबसाइट व ब्लॉग पर आने वाले लोगों की संख्या पर निर्भर करता है। इसके अलावा और भी कारक हैं जो कि निम्नलिखित हैं -:
1) विज्ञापन किस तरह का है - विज्ञापन से कब पैसा मिलेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि विज्ञापन किस प्रकार का है। विज्ञापन कई प्रकार के हो सकते हैं अगर विज्ञापन CPC Cost per click का है तो विज्ञापन पर होने वाले हर क्लिक पर पैसा मिलेगा। अगर विज्ञापन CPM Cost per impression का है तो पैसा तब मिलेगा जब विज्ञापन advertiser द्वारा तय कि संख्या तक वेबसाइट पर आ जाए। उदाहरण के लिए अगर आपकी वेबसाइट पर CPM विज्ञापन लगा है और advertiser ने इस विज्ञापन का CPM "$3 per 1000 impresion" रखा हुआ है जब 1000 यूनिक लोग आपकी वेबसाइट पर आ जायेंगे और साथ ही 1000 बार विज्ञापन आपकी वेबसाइट पर आ जाए तो आपकी कमाई $3 हो जायेगी। CPC, CPM के अलावा और भी तरह के विज्ञापन होते हैं जैसे CPA, CPL आदि लेकिन गूगल एडसेंस में अधिकतर CPC और CPM वाले विज्ञापन ही होते हैं।
2) विज्ञापन का मूल्य - गूगल एडसेंस वेबसाइटों पर जितने विज्ञापन लगाता है सभी का मूल्य व सभी से मिलने वाला पैसा एक जैसा नहीं होता। गूगल एडसेंस Ad auction का इस्तेमाल करके विज्ञापनों को वेबसाइटों पर लगाता है। Ad auction इस तरह से कार्य करता है -
विज्ञापनों को वेबसाइटों में लगाने के लिए गूगल एडसेंस देखता है वेबसाइट व ब्लॉग किस तरह का है इसके लिए वे वेबसाइट में मौजूद शब्दों (Keyword), शब्दों की आवृति (Keyword frequency), वेबसाइट पर किस तरह के लोग आते हैं व आ चुके हैं आदि जानकारी का इस्तेमाल करता है। इसके बाद गूगल एडसेंस देखता है कि कौन कौन से विज्ञापन उसके पास उपलब्ध है जो कि वेबसाइट से संबंधित हैं। उपलब्ध विज्ञापनों में जो विज्ञापन वेबसाइट से सबसे ज्यादा संबंधित होता है, जिस विज्ञापन पर advertiser अधिक पैसा देता है (गूगल एडसेंस इस तरह के विज्ञापनों को अधिक बिड वाले विज्ञापन कहता है ) और जिस विज्ञापन की क्वालिटी सबसे अधिक होती है उस विज्ञापन को वेबसाइट पर लगा दिया जाता है। इस तरह वेबसाइटों पर वही विज्ञापन आते हैं जिनका मूल्य अधिक होता है व क्वालिटी अधिक होती है।
जब आप गूगल एडसेंस में रजिस्टर होकर विज्ञापनों को अपनी वेबसाइट में लगाते हैं तो आपके गूगल एडसेंस के अकाउंट में ये सब जानकारी आती रहती है कि विज्ञापनों पर कितने क्लिक हुए, कितने इम्प्रैशन (Impression), CTR Click Through Ratio(विज्ञापनों पर होने वाले क्लिक होने वाले इम्प्रेशंस का अनुपात) कितना है, कितनी कमाई हो चुकी है आदि। जब आपकी कमाई $100 तक पहुँच जाती है तो गूगल एडसेंस आपको आपकी कमाई का चैक बनाकर आपके घर भेज दे देता है।
गूगल एडसेंस में आपको तभी रजिस्टर होना चाहिए जब आपकी वेबसाइट व ब्लॉग पर एक दिन में कम से कम 1000 यूनिक लोग आने लगें। अगर आप इससे पहले ही गूगल एडसेंस में रजिस्टर होंगे तो हो सकता है आपकी वेबसाइट पर लोगों की कम संख्या आने की वजह से गूगल एडसेंस आपकी वेबसाइट को रजिस्टर न करे।
इस बात का ध्यान रखें कि जब आप गूगल एडसेंस के विज्ञापन अपनी वेबसाइट पर लगाते हैं तो आप खुद से अपनी वेबसाइट में जाकर विज्ञापनों पर क्लिक नहीं कर सकते अगर आप ऐसा करते हैं तो गूगल एडसेंस आपके अकाउंट को खत्म कर देगा जिससे आप गूगल एडसेंस के विज्ञापनों को अपनी वेबसाइट पर नहीं लगा पाएंगे और हो सकता है कि भविष्य में भी गूगल एडसेंस आपको रजिस्टर करे। \
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