TCP IP Protocol [Hindi]
TCP IP के विपरीत ऐसा भी सम्भव है कि केवल एक ही प्रोटोकॉल के जरिये ही कम्प्यूटर्स एक दूसरे से सम्पर्क स्थापित करें| इस तरह से एक ही प्रोटोकॉल में नेटवर्किंग के सारे कार्य लागू करने को "सिंगल स्टैक प्रोटोकॉल सिस्टम" (Single Stack Protocol System). इस तरह के प्रोटोकॉल सिस्टम का नुक्सान यह है कि अगर प्रोटोकॉल सॉफ्टवेयर में कुछ बदलाव करते हैं तो उसका प्रभाव पूरे प्रोटोकॉल सिस्टम पर पड़ता है|
सिंगल स्टैक प्रोटोकॉल सिस्टम के विपरीत लेयर प्रोटोकोल स्टैक सिस्टम (Layered Protocol Stack System) होता है| इस प्रोटोकॉल सिस्टम में नेटवर्किंग के सारे कार्यों को अलग अलग विभाजित कर दिया जाता है| अलग अलग विभाजित कर हर एक कार्य को अलग अलग लेयर में स्थापित (Implement) किया जाता है| इस तरह के प्रोटोकॉल सिस्टम को लेयर प्रोटोकॉल सिस्टम (Layered Protocol System) कहते हैं| इस तरह के सिस्टम का फायदा यह है कि अगर प्रोटोकॉल सॉफ्टवेयर में कहीं बदलाव करने हैं तो उससे संबंधित लेयर में करने होंगे बाकी प्रोटोकॉल लेयर इससे प्रभावित नहीं होंगी|
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