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Understand Computer Memory and how it works in Hindi

कंप्यूटर मेमोरी क्या है


मेमोरी कंप्यूटर में एक ऐसा स्थान होता है जहां कंप्यूटर का सारा डाटा और इनफार्मेशन स्टोर होता है| इनके अतिरिक्त कंप्यूटर के लिए प्रोग्रामिंग इंस्ट्रक्शंस भी मेमोरी में ही स्टोर होती है| वैसे तो मेमोरी की इंटरनल सरंचना काफी जटिल होती है लेकिन यहां मोटे तौर पर मेमोरी की सरंचना व इसके कार्य के बारे में बताया गया है|

इस चित्र में मेमोरी की संरचना दिखाई गयी है हालांकि मेमोरी की आंतरिक सरंचना इस चित्र के मुकाबले काफी जटिल होती है लेकिन हम यहां मोटे तौर पर इसकी संरचना के बारे में समझेंगे| चित्र में हम देख सकते हैं कि मेमोरी में बहुत सारे बॉक्स व सेल बने होते हैं हर बॉक्स का अपना एक एड्रेस होता है जैसे कि 100 , 101, 102, 103 आदि| कंप्यूटर का सारा डाटा इन बॉक्सेस के अंदर ही स्टोर होता है| जैसा कि चित्र में देख सकते हैं 108 एड्रेस के बॉक्स में 24 नंबर स्टोर है चूँकि कंप्यूटर मेमोरी में सारा डाटा बाइनरी नंबर सिस्टम में स्टोर होता है इसलिए चित्र में बॉक्स के अंदर 24 का बाइनरी नंबर 00010100 लिखा गया है| मेमोरी के एक बॉक्स में 8 बिट्स स्टोर हो सकती हैं|  8 बिटों के समूह को बाइट कहते हैं| इस तरह मेमोरी के एक सेल व बॉक्स में 1 बाइट का डाटा स्टोर  सकता है| जब भी हमें कंप्यूटर की मेमोरी में से डाटा पढ़ना या लिखना होता है तो हमें सबसे पहले  कंप्यूटर सिस्टम को एड्रेस बताना  होता है कि हम मेमोरी के किस एड्रेस से डाटा पढ़ना व किस एड्रेस में डाटा लिखना है|

कंप्यूटर में मुख्यतः दो प्रकार की मेमोरी होती है  1) प्राइमरी मेमोरी (Primary memory)  और 2) सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory) -:

1) प्राइमरी मेमोरी - प्राइमरी मेमोरी परिवर्तनशील (Volatile) होती है| परिवर्तनशील मेमोरी ऐसी मेमोरी होती है| जिसमे डाटा केवल अस्थायी समय (Temporary Time) के लिए ही रहता है| जब तक कंप्यूटर सिस्टम चालू रहता है तब तक इसमें डाटा स्टोर रहता है अगर कंप्यूटर को बंद कर दें तो मेमोरी का सारा डाटा नष्ट हो जाता है| प्राइमरी मेमोरी का दूसरा नाम रैम (RAM) है| प्राइमरी मेमोरी भी कई तरह की होती हैं जैसे DRAM, SRAM, DRDRAM आदि|

2) सेकेंडरी मेमोरी - सेकेंडरी मेमोरी अपरिवर्तनशील (Non Volatile) मेमोरी होती है| अपरिवर्तनशील मेमोरी में डाटा स्थायी समय (Permanent Time) के लिए स्टोर हो जाता है| अगर कंप्यूटर को बंद भी कर दें व कंप्यूटर को करंट पॉवर देना बंद कर दें तब भी मेमोरी में स्टोर डाटा नष्ट नहीं होता और स्थायी समय के लिए बना रहता है| सेकेंडरी मेमोरी के उदाहरण हैं फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk), हार्ड डिस्क (Hard Disk), मैग्नेटिक टेप्स (Magnetic Tapes) इत्यादि|           
                                                                                  

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